‘‘सांझा मक़सद’’ का मक़सद
‘‘सांझा मक़सद’’ अनुभवी और वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा शुरू किया गया हिन्दी का प्रतिष्ठित साप्ताहिक अखबार है। ‘‘सांझा मक़सद’’ का मक़सद महज धन कमाना अथवा रूतबा कायम करना नहीं बल्कि सही मायने में समाज में व्याप्त विसंगतियों तथा भ्रष्ट आचरण को रेखांकित कर उन्हें समाप्त करना है। एक नवम्बर 1999 को शुरू हुआ ‘‘सांझा मक़सद’’ दिल्ली सहित आसपास के राज्यों के उन लोगों की बुलंद आवाज बन चुका है जिन्हें दूसरे संचार माध्यम जैसे अखबार और टीवी चैनल उठाने में हिचकते हैं।
शुरूआत में हमें तमाम विरोधों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि ‘‘सांझा मक़सद’’ भ्रष्ट अफसरशाही, भ्रष्ट राजनेताओं एवं ठेकेदारों के गठजोड़ पर तीखे प्रहार करने में कभी पीछे नहीं हटा। पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले असामाजिक तत्वों, युवा पीढ़ी को नशा परोसने एवं नशा व्यापार में धकेलने वाले नशे के व्यापारियों के खिलाफ ‘‘सांझा मक़सद’’की मुहिम में जहाँ अमन और तरक्की पसंद लोगों को अपनी आवाज बुलंद करने का अवसर मिला वहीं भ्रष्टाचार में डूबे पुलिस प्रशासन तथा उनको संरक्षण देने वाले राजनीतिज्ञों को समाज के सामने नंगे करने में ‘‘सांझा मक़सद’’ ने सही मायने में ईमानदार पत्रकारिता का निर्वाह किया है। राष्ट्र और समाज विरोधी असामाजिक तत्वों के अनैतिक कार्य में बाधक बन रहे ‘‘सांझा मक़सद’’ के संचालक एवं पत्रकारों पर तरह-तरह से दबाव बनाने की कोशिश के साथ अखबार बंद कराने तथा जान से मारने की धमकियां भी दी गई। लेकिन सुधी पाठकों के अपेक्षित सहयोग से ‘‘सांझा मक़सद’’ ने अपनी मुहिम को बेबाकी और निर्भयता के साथ जारी रखा। पाठकों के अपेक्षित सहयोग से ही आज ‘‘सांझा मक़सद’’ जन-जन की पहचान बनने में सक्षम हुआ।
‘‘सांझा मक़सद’’ का प्रकाशन शुरू करने के वक्त ऐसा प्रतीत हो रहा था कि देश के अधिकांश बड़े अखबारों पर औद्योगिक घरानों एवं पूंजीपूतियों का वर्चस्व कायम है इसलिए ये अखबार उन्हीं घरानों के हित पोषक बने हुए हैं, फिर आम आदमी की बात कौन कहेगा। आम आदमी की पीड़ा को आवाज और मंच देने के लिए ही ‘‘सांझा मक़सद’’ की शुरूआत की गई।
‘‘सांझा मक़सद’’ के पाठकों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि पाठकों ने हमारे प्रयास का स्वागत किया है। ‘‘सांझा मक़सद’’ को और व्यापक विस्तार देने के लिए ‘‘सांझा मक़सद’’ की वेबसाइट भी तैयार की गई है। यदि आप तक ‘‘सांझा मक़सद’’ अखबार नहीं पहुँच पा रहा हो तो आप www.sanjhamaksad.com पर लाॅग-इन कर अखबार पढ़ सकते हैं। ‘‘सांझा मक़सद’’ देश का एकमात्र मिशनरी हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र है।
उम्मीद है कि अब इंटरनेट संस्करण शुरू होने के बाद अधिक से अधिक लोगों की आवाज बन सकेगा हिन्दी साप्ताहिक ‘‘सांझा मक़सद’’।
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